वन पंचायत सरपंच पवन राणा ने दिखाई अनोखी पहल जंगल में आग नहीं लगाई जाएगी क्या कहा वन पंचायत सरपंच ने वन प्रभागीय अधिकारी से। पढिए पूरी खबर।
पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया
वन पंचायत सरपंच पवन राणा ने दिखाई अनोखी पहल जंगल में आग नहीं लगाई जाएगी क्या कहा वन पंचायत सरपंच ने वन प्रभागीय अधिकारी से। पढिए पूरी खबर।
संवादाता – हरीश चंद्र ऊखीमठ – हिमालय की आवाज देवभूमि केदारघाटी :-खबर है रुद्रप्रयाग जिले व ऊखीमठ ब्लॉक से आपको बता दें कि आजकल कई जंगलों में वन पंचायत सरपंचों द्वारा आग लगा दी जा रही है जिससे क्षेत्रों में प्रदूषण फैल रहा है वहीं कई जगंली जानवरो की जान जा रही है। वन पंचायत सरपंच ऊखीमठ के पवन राणा ने इस साल वन पंचायत ऊखीमठ के जंगल में आग नहीं लगाई गई जिससे क्षेत्र में प्रदूषण भी नहीं हुआ और न ही जगली जानवरों की जान गई। वन पंचायत सरपंच पवन राणा की अनोखी पहल पर जिलाधिकारी द्वारा भी सरपंच पवन राणा की प्रशंसा की गई। साथ ही जिलाधिकारी द्वारा जिले के सभी वन पंचायत सरपंचों को सरपंच पवन राणा की तरह कार्य व अच्छी सोच रखने को कहा गया वहीं वन पंचायत सरपंच पवन राणा ने कहा कि अभी भी कयी क्षेत्रों के संरपचों द्वारा अपने अपने जंगलों में आग लगा दी जा रही है जिससे क्षेत्र में प्रदूषण उत्पन्न हो रहा है और जिससे जंगल के जंगली जानवरों पशु पक्षी व उनके बच्चे जंगल में आग लगने से जल रहे हैं जो कि बहुत ही गलत बात है उन्होंने बताया कि हमारे वन पंचायत के जंगलों में हर एक साल वन पंचायत की महिलाओ द्वारा घास काटा जाता है और फिर कई संरपचों द्वारा घास काटने पर जंगल में आग लगा दी जाती है जिससे जंगल के पशु पक्षी व उनके बच्चे जल जाते हैं और उनकी मृत्यु हो जाती है जो कि उन्हें बर्दाश्त नहीं होता वही वन पंचायत सरपंच पवन राणा ने वन प्रभागीय अधिकारी अभिमन्यु से मुलाकात करने पर वन पंचायत में आग न लगाने की समस्या का समाधान करने के लिए वन प्रभागीय अधिकारी को ज्ञापन दिया और कहा कि अगर आगे कोई भी सरपंच अपने जंगलों में आग लगाते हैं तो उन पर ठोस कार्यवाही कर दी जाने की मांग की वही वन प्रभागीय अधिकारी अभिमन्यु ने भी वन पंचायत सरपंच पवन राणा की इस सराहनीय कार्य की भूरी भूरी प्रशंसा की और कहा कि आप जैसे संरपचों की जरूरत हर एक वन पंचायत में रहेगी वहीं वन पंचायत सरपंच पवन राणा ने वन प्रभागीय अधिकारी से मांग की है कि जिस प्रकार से वन पंचायत ऊखीमठ के जंगल में आग नहीं लगाई गई उसी तरह हर एक वन पंचायत में भी आग न लागाई जाय। कहा कि यदि कोई वन पंचायत सरपंच अपने जंगलों में आग लगा देता है तो उस पर 1 लाख का जुर्माना होना चाहिए। और ठोस कार्यवाही होनी चाहिए। इस मौके पर पूर्व सभासद व वन पंचायत के सदस्य बलवन्त भी मौजूद थे।