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वन पंचायत नाग जगईं कम्पर्ट ना 0 (1/2) की वन भूमि पर कुछ ग्रामीण अतिक्रमणकारियों अपने ही वन क्षेत्र पर जबरन अतिक्रमण कर रहे हैं। और वन विभाग व राजस्व विभाग को कोई शुद्ध नहीं। क्या कह रहे वन पंचायत सरपंच ॐ प्रकाश केदारखंडी पढिए पूरी खबर।

हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि उत्तराखंड से

वन पंचायत नाग जगईं कम्पर्ट नम्बर एक (1/2) की वन भूमि पर कुछ ग्रामीण अतिक्रमणकारियों   अपने ही वन क्षेत्र पर जबरन अतिक्रमण कर रहे हैं। और वन विभाग व राजस्व विभाग को कोई शुद्ध नहीं। क्या कह रहे वन पंचायत सरपंच ॐ प्रकाश केदारखंडी पढिए पूरी खबर।

आग जनि से सेकड़ो पेड़ नस्ट हो रहे है!

हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि उत्तराखंड से

खबर है रुद्रप्रयाग जिले व केदारघाटी से आपको बता दें कि ग्राम पंचायत नाग जगाईं कम्पाट नम्बर एक की वन भूमि पर कुछ ग्रामीणों अतिक्रमण द्वारा ही अपने ही वन क्षेत्र पर जबरन अतिक्रमण किया जा रहा है जबकि वन पंचायत सरपंच नाग जगाईं ॐ प्रकाश केदारखणडी द्वारा कई बार इस मामले में कार्यवाही कर ली गई है वहीं जिस कार्यवाही में प्रशासनिक तहसील बसुकेदार के संज्ञान में कई नाम जो अतिक्रमण कर रहे थे पर राजस्व विभाग द्वारा इन अतिक्रमण कर रहे व्यक्तियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है विशेष बात यह है कि पूर्व उप जिलाधिकारी अधिकारी प्रमानंद राम के नेतृत्व में भी इस मामले पर भी कई बार कार्यवाही लिखी गई साथ ही इस मामले को पूर्व उप जिलाधिकारी के सामने रखी गई बता दें कि यूनिट कार्यलय गुप्तकाशी के द्वारा भी कई बार इस मामले पर लिखित संज्ञान दिया गया मगर प्रशासनिक तमाम चाहिए व वन विभाग हो चाहिए व राजस्व विभाग हो कोई भी इस मामले को करने में अभी भी नाकाम रहा है अंत में आपको बता दें कि नाकामी का मुख्य कारण राजस्व विभाग भूमि का मालिक वन जाता है साथ ही जो उत्तराखंड सरकार की भूमि है उसी के साथ वन विभाग पेड़ों के मालिक बन जाते हैं बता दें कि संकट विषय यह है कि इन दोनों विभाग की आपसी ताल मेल नहीं हो पा रही है और यह दोनों विभाग सही समय पर इस मामले का कार्यवाही नहीं कर पा रही हैं बता दें कि इस मामले के लिए सभी ग्राम पंचायत के सामाजिक कार्यकर्ता को द्वारा कभी भी इस अतिक्रमण मामले के बारे में सोचा ही नहीं इनके तरफ भी काफी नाराजगी प्रशासनिक की तरफ से देखा जा रहा है अंत में वन पंचायत सरपंच ॐ प्रकाश केदारखणडी ने कहा कि अगर इन अतिक्रमण कर रहे लोगों पर कार्रवाई नहीं की गई साथ ही अतिक्रमण कर रहे कार्यों को रोका नहीं गया कठोर से कठोर कार्यवाही नहीं की गई इसी प्रकार से यह लोग तमाम प्रकार के वन क्षेत्र के भू भाग जो पैतृक कार्य और गौ चरण भूमि है वह अतिक्रमण कार्यों की कब्जी में होगी और कही भी कोई बकराचर गौ चरण भूमि बचेगी नहीं इस मामले पर प्रशासनिक अधिकारी को संज्ञान लेना होगा साथ ही जल्द से जल्द कार्यवाही करनी होगी।

 

 

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