सुरम्य मखमली बुग्यालों में बसा सुंदर पर्यटक स्थल देवरिया ताल को सारी गांव से 3 किलो मीटर पैदल यात्रा करके पहुंचते हैं देश विदेश के यात्री क्या कह रहे इस ताल के बारे में क्या है समस्याएं,देवरिया ताल मेला समिति के अध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी आईये पढिए पूरी खबर।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि ऊखीमठ से
सुरम्य मखमली बुग्यालों में बसा सुंदर पर्यटक स्थल देवरिया ताल को सारी गांव से 3 किलो मीटर पैदल यात्रा करके पहुंचते हैं देश विदेश के यात्री क्या कह रहे इस ताल के बारे में क्या है समस्याएं,देवरिया ताल मेला समिति के अध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी आईये पढिए पूरी खबर।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि ऊखीमठ से
खबर है रुद्रप्रयाग जिले व ऊखीमठ ब्लॉक से आपको बता दें कि बाज बुरासो व सुरम्य मखमली बुग्यालों के बीच बसा सुंदर पर्यटक स्थल के नाम से विख्यात देवरिया ताल में देश विदेश के लाखों यात्री घूमने जाते हैं यही नहीं इस ताल को देवो के ताल के नाम से भी जाना जाता है वहीं देवरिया ताल मेला समिति के अध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि बाज बुरासो के पौधों के बीच बसा पर्यटक स्थल देवरिया ताल को देवो के ताल के नाम से जाना जाता था और फिर इस नाम को बदल कर इस ताल का नाम देवरिया ताल रखा गया अध्यक्ष जी कहा कि जब पांडव वनवास जा रहे थे तो उस समय इसी स्थान पर महाराज यक्ष ने पड़ावों की परीक्षा ली थी कहा कि जब ऊषा अनिरुद्ध का विवाह औकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में हुआ था तो ऊषा अनिरुद्ध भी इसी ताल में स्नान करते थे यही नहीं जब भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था तो इसी ताल से भगवान श्री कृष्ण को उनके पिता द्वारा ले जाया गया इसीलिए जब भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व आता है तो देवरिया ताल में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का भव्य मेला भी किया जाता है जो विगत कई वर्षों से होता चला जा रहा है। इस सुरम्य मखमली बुग्यालों में बसा देवरिया ताल में देश विदेश के लाखों यात्री घूमने जाते हैं साथ ही इस ताल के दर्शन कर लेते हैं और बाज बुरासो की डंठ हवाओं का आनंद लेते हैं।
क्यो होती है श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर देवरिया ताल मेला करने में परेशानी क्या कह रहे हैं समिति के अध्यक्ष आये देखिए
बता दें कि जब भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व आता है तो देवरिया ताल में बहुत बडा भव्य मेला लगता है जिसको स्थानीय लोगों व देवरिया ताल मेला समिति द्वारा किया जाता है वहीं देवरिया ताल मेला समिति के अध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी ने कहा कि देवरिया ताल में श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव तो जरूर होता है लेकिन इस महोत्सव में हर साल धन की समस्या होती है जिसमें फिर मेला सम्पन्न करने के लिए चंदा मांगा जाता है उन्होंने कहा कि इस मेले के भव्य आयोजन कराने के लिए 1 लाख विधायक निधि से व 1 लाख संस्कृति विभाग देहरादून से मेला समिति को सहयोग धन राशि मिलती है जिससे मेले को किया जाता है कहा कि जबकि देवरिया ताल सारी गांव से 3 किलोमीटर दूर है जिसमें पैदल मार्ग करना पड़ता है और देवरिया ताल मेले के समय मेले से सम्बंधित सामग्री को धोड़े खच्चरो के माध्यम से पहुंचा जाता है जिसको देखते हुए यह धन राशि बहुत कम पड़ जाती है और फिर मेला को सम्पन्न कराने में बहुत बड़ी परेशानी आ जाती है अंत में उन्होंने श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर देवरिया ताल मेले को लेकर विधायक निधि से 1 लाख से बजाय 2 लाख रुपए की मांग की है और विशेष बात अध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी ने पहली बार 1 लाख रुपए सांसद निधि से भी देवरिया ताल मेंले को करवाने के लिए धनराशि की मांग की है। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर देवरिया ताल में भव्य मेला लगता है जिसमें नगर पंचायत ऊखीमठ व समस्त ग्राम पंचायत की महिला मंगल दल की महिलाओ द्वारा भगवान श्री कृष्ण की झांकियां निकाली जाती है और इसी के साथ देवरिया ताल में में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किया जाता है जिसमें प्रथम,द्वितीय, तृतीय, को पुरस्कार व धनराशि भी दी जाती है।
देवरिया ताल में देश विदेश के लाखों यात्रियों को होती है शुभ शौचालय व पानी और रास्ते की समस्या अध्यक्ष नेगी।
बता दें कि सुरम्य मखमली बुग्यालों में बसा देवो के ताल देवरिया ताल में हर साल लाखों यात्री घूमने जाते हैं और जिसको देखते हुए देवरिया ताल में अभी तक एक भी शुलभ शौचालय नहीं है वहीं अध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी ने कहा कि जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है उन्होंने कहा कि यही नहीं बल्कि इस पर्यटक स्थल में पानी व रास्ते की भी मुख्य समस्या है कहा कि जब रासी गांव से यात्री पैदल यात्रा करते हैं तो उन्हें कई समस्या उत्पन्न होती है विशेष बात जब क्षेत्र में बरसात होती है तो जो पैदल मार्ग है अभी तक कच्चा मार्ग ही जो कभी भी टूट जाता है कहा कि वन विभाग सेंचुरी के साथ प्रत्येक बर्ष वसूली तो खूब करता है लेकिन इस समस्या पर किसी का ध्यान नहीं है अध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी ने जिला पंचायत व वन विभाग से एक ओर बार इन समस्याओं का निराकरण करने की मांग की है क्योंकि एक महीने बाद श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर देवरिया ताल मेला का भव्य आयोजन किया जाना है। तो जल्द कार्यवाही की गुहार।