शनिवार को बाबा भकुंट भैरवनाथ जी के खुले कपाट। बता दें कि श्री केदारनाथ धाम में दूसरे दिन दोपहर तक चालीस हजार से अधिक श्रद्धालु ने किये बाबा केदारनाथ के दर्शन। पढिए पूरी खबर।
शनिवार को बाबा भकुंट भैरवनाथ जी के खुले कपाट। बता दें कि श्री केदारनाथ धाम में दूसरे दिन दोपहर तक चालीस हजार से अधिक श्रद्धालु ने किये बाबा केदारनाथ के दर्शन। पढिए पूरी खबर।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि उत्तराखंड से।
खबर है रुद्रप्रयाग जिले व केदारनाथ धाम से आपको बता दें कि शनिवार को श्री केदारनाथ धाम के रक्षक भकुंट भैरवनाथ के कपाट विधि विधान व पूजा अर्चना के साथ सभी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये गये है। जबकि शुक्रवार को श्री केदारनाथ के कपाट खुले थे। आपको बता दें कि केदारनाथ धाम में यही परंपरा रही है कि श्री केदारनाथ जी के कपाट खुलने के बाद शनिवार को श्री भैरव नाथ जी के कपाट खुलते है उसके बाद श्री केदारनाथ धाम में आरतियां और प्रसिद्ध शांयकालीन आरती शुरू हो जाती है। बता दें कि बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गोड़ ने बताया कि जैसे ही शुक्रवार को बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने से और आज शनिवार दोपहर तक चालीस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने श्री केदारनाथ धाम में आ कर बाबा के दर्शन कर चुके है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने के दिन 29030( उनतीस हजार तीस) श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किये। बता दें कि श्री भैरवनाथ को श्री केदारनाथ का रक्षक कहते है भैरव नाथ भगवान शिव के गणों में से प्रबल शक्तिशाली है। जिसको देखते हुए शनिवार को श्री भैरव नाथ जी के कपाट खुलते समय श्री केदारनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी शिवशंकर लिंग केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी सहित हक हक्कू धारियों तीर्थ पुरोहितों की उपस्थिति में कपाट खुलने के बाद यज्ञ- हवन, पूजा- अर्चना हुई तथा भैरवनाथ जी के पश्वा अवतरित हुए तथा यात्रा की कुशलता का आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर बीकेटीसी सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, विनोद शुक्ला, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, धर्माधिकारी ओंकार शुक्ला, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, स्वयंबर सेमवाल,भैरवनाथ जी के पश्वा अरविंद शुक्ला, संतोष त्रिवेदी, प्रबंधक प्रदीप सेमवाल, कुलदीप धर्म्वाण, प्रबल सिंह चौहान आदि मौजूद रहे।