मिनी स्वीटजरलैंड के नाम से विख्यात पर्यटक स्थल चोपता से तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम में अभी तक शुलभ शौचालय, पानी, बिजली व नेटवर्किग की भारी समस्या से लाखों श्रद्धालु व व्यापारी बहुत परेशान क्या कह रहे हैं व्यापार मंडल अध्यक्ष अरविंद मैठाणी पढिए पूरी खबर।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि उत्तराखंड से
मिनी स्वीटजरलैंड के नाम से विख्यात पर्यटक स्थल चोपता से तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम में अभी तक शुलभ शौचालय, पानी, बिजली व नेटवर्किग की भारी समस्या से लाखों श्रद्धालु व व्यापारी बहुत परेशान क्या कह रहे हैं व्यापार मंडल अध्यक्ष अरविंद मैठाणी पढिए पूरी खबर।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि उत्तराखंड से
खबर है रुद्रप्रयाग जिले के तुंगनाथ धाम से आपको बता दें कि तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम का मुख्य यात्रा पड़ाव मिनी स्वीटजरलैंड ना से विख्यात पर्यटक स्थल चोपता मुख्य बाजार से तुंगनाथ धाम तक शुलभ शौचालय पानी बिजली व नेटवर्क की भारी समस्या से तुंगनाथ धाम में आ रहें लाखों श्रद्धालुओं के साथ व्यापरियो को भी बहुत परेशानी झेलनी पड़ रही है वहीं व्यापार मंडल अध्यक्ष अरविंद मैठाणी ने बताया कि तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम के मुख्य यात्रा पड़ाव मिनी स्वीटजरलैंड के नाम से विख्यात पर्यटक स्थल चोपता से लेकर तुंगनाथ धाम तक शुलभ शौचालय पानी बिजली व नेटवर्क न होने से देश विदेश से यात्रा करने आ रहे लाखों श्रद्धालुओं के साथ स्थानीय व्यापारियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है उन्होंने कहा कि तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम में अब तक 5 लाख से ज्यादा देश विदेश के श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन कर लिए हैं और इन भारी समस्याओं के बाबजूद भी बाबा तुंगनाथ धाम में यात्रा करने आ रहे लाखों श्रद्धालुओं को चोपता से लेकर तुंगनाथ धाम तक एक भी शुलभ शौचालय उपलब्ध नहीं है साथ ही न ही सरकारी बिजली और न ही नेटवर्किंग की कोई व्यवस्था उपलब्ध है कहा कि इनके साथ ही पानी की भी समस्या पूरी घाटी में खल रही है जिससे स्थानीय व्यापारियों के साथ लाखों श्रद्धालुओं को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है अध्यक्ष ने कहा कि सोचनीय वाली बात यह जबकि स्थानीय जनप्रतिनिधि व मन्दिर समिति और व्यापार मंडल द्वारा इन सभी समस्याओं का निराकरण करने के लिए सरकार को कई बार मोखिक व लिखित रूप में दे चुके हैं लेकिन फिर भी यह समस्याएं तुंगनाथ घाटी में बनी हुई है कहा कि जबकि यह तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम व मिनी स्वीटजरलैंड पर्यटक स्थल चोपता के नाम से विगत कई वर्षों से विख्यात है और इस धाम में लाखों श्रद्धालु खासकर मिनी स्वीटजरलैंड पर्यटक स्थल चोपता में तो लाखों यात्री घूमने आते हैं और फिर भी पूरी तुंगनाथ धाम में यह समस्या बनी हुई है अंत में महत्वपूर्ण जानकारी दी कि जब तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ व पर्यटक स्थल चोपता में लाखों श्रद्धालु आते हैं तो उन्हें सबसे पहले शुलभ शौचालय की बहुत दिक्कत होती है जिसको व्यापार संघ द्वारा हर एक व्यापारियों के अपने शुलभ शौचालय में भेजा जाता है साथ ही नेटवर्किंग की भारी समस्या को देखते हुए कई यात्रियों द्वारा आनलाईन पेमेंट गूगल पे के माध्यम से करने को कहा जाता है मगर नेटवर्किंग की समस्या से यह आनलाईन भी नहीं होता है जिससे लाखों श्रद्धालुओं को भारी समस्या होती है कहीं बार तो यात्रियों द्वारा धाम से दर्शन करने के बाद आधा रास्ते में जाकर गूगल पे के माध्यम से व्यापारियों का पेमेंट किया जाता है। उन्होंने कहा कि तुंगनाथ धाम में एक बी एस नेल का टावर जरूर लगा है मगर व एक नाम मात्र का लगा है अब उसको शुरू किया जायेगा यह अभी भगवान के हाथ में है बता दें कि जिस प्रकार से तुंगनाथ धाम व चोपता में पानी बिजली शुलभ शौचालय नेटवर्किंग की समस्या हो रही है उसके निराकरण करने के लिए समस्त व्यापारियों व मन्दिर समिति के पदाधिकारियों ने एक बार फिर से शाशन प्रशासन व सरकार से मांग किया है कि व तुंगनाथ धाम में इन सभी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करे जिससे लाखों श्रद्धालुओं के साथ व्यापारियों को कोई परेशानी न झेलनी पड़े।