मंगलवार को ब्लॉक सभागार ऊखीमठ में सिडबी क्लस्टर इंटरवेंशन प्रोग्राम के द्वारा ऊखीमठ में होमस्टे उद्यमिता प्रशिक्षण 4 दिवसीय कार्यक्रम का हुआ समापन पढिए पूरी खबर।
मंगलवार को ब्लॉक सभागार ऊखीमठ में सिडबी क्लस्टर इंटरवेंशन प्रोग्राम के द्वारा ऊखीमठ में होमस्टे उद्यमिता प्रशिक्षण 4 दिवसीय कार्यक्रम का हुआ समापन पढिए पूरी खबर।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि उत्तराखंड से
खबर है रुद्रप्रयाग जिले व ऊखीमठ ब्लॉक सभागार से आपको बता दें कि भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) क्लस्टर इंटरवेंशन प्रोग्राम सी आईपी, के द्वारा होमस्टे उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करके पर्यटन क्लस्टर, उत्तराखंड के लिए अपना पहला इंटरवेंशन कार्यक्रम शुरू कर दिया गया। उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग एवं इजमाइट्रिप के सहयोग से 4 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के तृतीय बैच ऊखीमठ, उत्तराखंड से शुरू किया गया, बता दें कि विकास खण्ड ऊखीमठ के ब्लाॅक सभागार मे आयोजित उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ दिनांक 4 मई को सुश्री स्मृति बाजपेयी,ए जीएम भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक, सिडबीद्ध श्री जे एल आर्या सहायक खण्ड विकास अधिकारी ऊखीमठ, डाक्टर कैलाश पुष्पवान, अध्यक्ष पंचकेदार होटल एडं होमस्टे एसोसिएशन,एवं अन्य गणमान्यों की उपस्थिति में किया गया। जिसमें क्षेत्र के सारी, मक्कू, उषाडा,भीरी किमाणा, पलद्वाडी, और रासी समैत 30 से अधिक होमस्टे के उद्यमियों ने प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया। वहीं प्रशिक्षण के
उद्घाटन में सुश्री स्मृति बाजपेयी द्वारा बताया गया कि कैसे इस सप्ताह यात्रा शुरू होने पर प्रशिक्षण कार्यक्रम होमस्टे को सभी सीखों को प्रभावी ढंग से और तुरंत लागू करने में सक्षम बनाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे सिडबी अपने कलस्टर इटंरवेशन प्रोग्राम के माध्यम से पूरे भारत में पर्यटन लाभार्थियों का समर्थन कर रहा है, और साथ ही उन्होंने बताया कि होमस्टे उद्यमियों हेतु यात्रा के बाद भी उन्हें बाजार संपर्क प्रदान करने के लिए इस कार्यक्रम के अन्तर्गत रणनीति कैसे बनाई गई है। उन्होंने सभी होमस्टे के बीच नेटवर्किंग के महत्व पर जोर दिया, जिसके माध्यम से वे अपनी सेवा पेशकशों का लाभ उठाकर अधिक पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं। वहीं डाक्टर कैलाश पुष्पवान ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए पूर्व की धारणाओं अहंकार को दूर करने की आवश्यकता पर जोर दे दिया गया, उन्होंने कहा कि सीखने के लिए एक नए खुले दिमाग वाले दृष्टिकोण की वकालत करना है।इजमाइट्रिप के मास्टर ट्रैनरों के द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम में आतिथ्य क्षेत्र (Hospitality Sector) में होमस्टे की भूमिकाए उत्तराखंड में होमस्टे के उद्भव और प्रभावए स्थायी पर्यटन विकास की संभावना और विपणन (मार्केटिंग) और बेहतर ग्राहक सेवा के माध्यम से मेहमानों को आकर्षित करके होमस्टे को कितने प्रभावी ढंग से स्थापित किया जा सकता है,।
होमस्टे उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिवस आतिथ्य क्षेत्र में डिजिटल एकीकरण की महत्वपूर्ण भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया और कैसे इजमाइट्रिप एवं अन्य आनलाईन प्लेटफॉर्म पर होमस्टे उद्यमियों को जोडकर महत्वपूर्ण लाभ पहुंचाया जा सकता है। इजमाइट्रिप प्रशिक्षकों के नेतृत्व में सत्र में पर्यटन और आतिथ्य पर डिजिटल प्रौद्योगिकियों के परिवर्तनकारी प्रभाव पर प्रकाश डाला गया। जिसमें होमस्टे मालिकों को ग्राहकों को जुड़ने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को अपनाने की आवश्यकता इस बात पर जोर दिया गया। इसके अलावा उन्होंने संपत्तियों की आसान लिस्टिंगए निर्बाध बुकिंग प्रक्रिया और मजबूत ग्राहक सहायता प्रणाली जैसी सुविधाओं के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। होमस्टे उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे दिवस प्रतिभागियों को रिजोटा (मधुगंगा) रिजोट की व्यावहारिक यात्राओं के माध्यम से आतिथ्य के परिचालन पहलुओं को समझने का अवसर मिला। जहां प्रतिभागियों ने कर्मचारियों के साथ बातचीत की और उच्च सेवा में व्यक्तिगत अतिथि बातचीत और अतिथि प्रतिक्रिया के प्रभावी प्रबंधन को बनाए रखने के विषय में जानकारी प्राप्त की। बता दें कि प्रतिभागियों ने गांव में हिमालयन इको हैम्प होमस्टे का दौरा किया गया, जो एक रूप से समृद्ध का अनुभव प्रदान करता है। यहां उन्होंने होमस्टे चलाने के दैनिक संचालन के बारे में सीखा, और मेहमानों की मेजबानी की बारीकियों को समझा। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को इन मानकों के अनुरूप अपने होमस्टे की पेशकश का मूल्यांकन करने और सुधार और नवाचार के क्षेत्रों की पहचान करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। होमस्टे उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यक्रम के चतुर्थ दिवस में प्रतिभागियों होमस्टे को प्रभावी बनाने ग्राहक जुडाव के लिए आनलाईन प्लेटर्फाम की जानकारी उपलबध कराई गयी। अंत में सभी प्रतिभागियों को 4 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वालों को खण्ड विकास अधिकारी ऊखीमठ द्वारा प्रशिक्षण प्रमाण पत्र व उत्तराखंड पर्यटन विभाग भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक एवं इजमाइट्रिप के द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया। जिसका वितरण मुख्य अतिथियों एवं विशिष्ट अतिथियों के माध्यम से किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन देवकी नन्दन कलस्टर मैनेजर द्वारा किया गया। इस मौके पर कार्तिकेय कोटनाला कलस्टर एसोसिएन तनीषा मंगल एवं इजमाइट्रिप के मास्टर ट्रैनर सुनील अरोरा व स्वेतांक अवस्थी एवं प्रशिक्षणार्थी सुनीता देवी, लक्ष्मी देवी, गीता देवी,उर्मिला देवी, ममता देवी, प्रमिला देवी, दिलवर सिंह,नरेन्द्र सिंह आदि मौजूद थे।