केवल दैवीय आपदा आने के बाद चौमासी खाभ वैकल्पिक रास्ते की याद आती है वरना इस पैदल रास्ते की कोई शुद्ध लेना वाला नहीं प्रधान चौमासी मुलायम सिंह तिन्दोरी। पढिए पूरी खबर।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि ऊखीमठ से।
केवल दैवीय आपदा आने के बाद चौमासी खाभ वैकल्पिक रास्ते की याद आती है वरना इस पैदल रास्ते की कोई शुद्ध लेना वाला नहीं प्रधान चौमासी मुलायम सिंह तिन्दोरी। पढिए पूरी खबर।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि ऊखीमठ से।
खबर है रुद्रप्रयाग जिले व केदारघाटी से आपको बता दें कि केदारनाथ धाम जाने के लिए सबसे सरल वैकल्पिक पैदल रास्ता चौमासी से खाभ होते हुए केदारनाथ धाम का सफर तय किया जाता है और यह पैदल मार्ग केवल 19 किलोमीटर का है जिसको सिर्फ दैवीय आपदा आने के बाद या कोई संकट आने के बाद ही शुरू किया जाता है फिर चाहे 2013 की दैवीय आपदा हो या 31 जुलाई 2024 की आपदा हो ग्राम पंचायत चौमासी के प्रधान मुलायम सिंह तिन्दोरी ने बताया कि यह पैदल मार्ग 19 किलोमीटर का है जिससे केदारनाथ धाम तक आसानी से पहुंच जाते हैं उन्होंने कहा यह रास्ता चौमासी से खाभ होते हुए केदारनाथ धाम को जाता है जिसमें बीच में न कोई नदी है और कोई चटृटान यह सीधा और सरल वैकल्पिक पैदल रास्ता है प्रधान तिन्दोरी ने बताया कि जब भी केदारनाथ धाम में दैवीय आपदा आती है या कोई संकट की घड़ी आती है तो केदारनाथ धाम में फंसे तीर्थयात्री पुरोहित व मजदूर करने वाले व्यक्ति और व्यवसायिक इसी रास्ते आवाजाही करते हैं उन्होंने कहा कि 2013 की दैवीय आपदा आने पर भी हजारों श्रद्धालुओं व स्थानीय मजदूरों ने इसी रास्ते से आवाजाही करके अपने अपने घर को लोटें थे वहीं 31 जुलाई 2024 की दैवीय आपदा आने के बाद लगभग 2000 लोगो ने इस रास्ते से आवाजाही की विशेष बात तो यह है कि 2013 में केदारनाथ धाम में दैवीय आपदा आने के बाद भी अभी तक इस रास्ते की और किसी का भी ध्यान नहीं है फिर चाहे शाशन प्रशासन हो या उत्तराखंड सरकार प्रधान मुलायम सिंह तिन्दोरी ने कहा कि वे 2013 के आपदा आने के बाद से लगातार शाशन प्रशासन व सरकार को अवगत कराते आ रहे हैं कि वे गौरीकुंड से केदारनाथ पेदल मार्ग के तर्ज पर चौमासी खाभ वैकल्पिक पैदल मार्ग को भी पक्का रास्ता बनाएं जाएं उन्होंने कहा कि इस 2024 की दैवीय आपदा के बाद शासन प्रशासन ने इस रास्ते का जाइजा तो जरूर लिया है लेकिन अभी तक न इस मार्ग के लिए कोई आपदा का पेकेस मिला है और न ही अभी तक इस रास्ते का कार्य शुरू किया गया है प्रधान व सभी क्षेत्र वासियों ने शाशन प्रशासन व सरकार से अनुरोध किया है कि व इस वैकल्पिक पैदल मार्ग को जल्द से जल्द पक्का रास्ता बना दे और रास्ते के बीच में आम जनमानस व श्रद्धालुओ के लिए खाना पीने और रहने के लिए व्यवस्था करा दें जिससे केदारनाथ धाम का सफर जल्दी से किया जाए।
ग्राम पंचायत चौमासी मुलायम सिंह तिन्दोरी द्वारा 31 जुलाई को केदारनाथ धाम में आपदा आने के बाद चौमासी खाभ के रास्ते से 2000 श्रद्धालुओं स्थानीय मजदूर व्यवसाहिक और आम जनमानस के लिए जिस प्रकार से भोजन पानी और रहने की व्यवस्था की गई वह बहुत ही सराहनीय कार्य देखने को रहा है जिसके लिए क्षेत्र की जनता व स्थानीय मजदूरों और व्यवसायिक एवं हजारों श्रद्धालुओं ने उनका कोटि कोटि धन्यवाद ज्ञापित किया खासकर घोड़े खच्चरो के संचालकों ने। वहीं सोशल मीडिया से भी प्रधान जी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।