केदारनाथ धाम में यात्रा व्यवस्था को सुव्यवस्थित संचालन हेतु महत्त्वपूर्ण सुझावों को लागू करने के सम्बन्ध में ट्रेंट यूनियन के संस्थापक अवतार सिंह नेगी ने दिया उपजिलाधिकारी अधिकारी जी को प्रार्थना पत्र की खास मुलाकात पढिए पूरी खबर।
केदारनाथ धाम में यात्रा व्यवस्था को सुव्यवस्थित संचालन हेतु महत्त्वपूर्ण सुझावों को लागू करने के सम्बन्ध में ट्रेंट यूनियन के संस्थापक अवतार सिंह नेगी ने दिया उपजिलाधिकारी अधिकारी जी को प्रार्थना पत्र की खास मुलाकात पढिए पूरी खबर।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि उत्तराखंड से
खबर है रूद्रप्रयाग जिले के केदारनाथ धाम से आपको बता दें कि जैसे ही बाबा केदारनाथ के कपाट सभी देश विदेश के श्रद्धालुओं के लिए खुले वैसे ही केदारनाथ धाम में लाखों संख्या में बाबा के दरबार में पहुंने लगे श्रद्धालु वहीं बुधवार को ट्रेंट यूनियन के संस्थापक अवतार सिंह नेगी ने केदारनाथ धाम में यात्रा व्यवस्था को सुव्यवस्थित संचालन हेतु महत्त्वपूर्ण सुझावों को लागू करने के सम्बन्ध में उप जिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला जी को प्रार्थना पत्र देकर उनसे खास मुलाकात की बता दें कि केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड से यात्रा शुरू होती है और इस वर्ष केदारनाथ धाम में घोड़े खच्चरों की संख्या कम होने से श्रद्धालुओं को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है वहीं ट्रेड यूनियन के संस्थापक अवतार सिंह नेगी अपने दी हुये प्रार्थना पत्र में सबसे पहले सुक्षाव मे यह बात रखी गई कि बिना प्रीपेड पर्ची के घोड़े खच्चरो को पैदल मार्ग पर बिल्कुल भी ना आने दिया जायें। दूसरा सुक्षाव प्रीपेड काउन्टर से भूगतान पर्ची धारक मलतब स्वयं लाइसेंस धारक जिसके नाम से घोडा रजिस्टर हैं उसी व्यक्ति को ही आगे भेजा जाए इसका मतलब यह है कि जिस भी व्यक्ति के घोड़े खच्चर हैं और उसी के नाम से लाइसेंस भी होना चाहिए और उसे ही व्यक्ति को आगे जाना दिया जाए ओर लाइसेंस बनाने वालों को भी पकड़ा जा सके कि फर्जी लाइसेंस बनाने वालो का लाइसेंस जवत करके बन्द करने की कार्यवाही करते हुए घोड़ो की संख्या को नियन्त्रित किया जा सके। इसके साथ ही प्रार्थना पत्र पर 6 सुझाव रखे गये थे जो कि निम्न रुप से आपके सामने है। अंत में ट्रेंट यूनियन के संस्थापक अवतार सिंह नेगी ने उप जिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला जी से निवेदन किया कि व इन सभी सुझावों को अपने संज्ञान में लाते हुए जल्द से जल्द इन सुझावों को लागू किया जाए जिससे केदारनाथ धाम में यात्रा व्यवस्था सुव्यवस्थित संचालन किया जाए।