केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में शौचालय की भारी समस्या से लाखों श्रद्धालु परेशान। देखिए पूरी खबर
केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में शौचालय की भारी समस्या से लाखों श्रद्धालु परेशान। देखिए पूरी खबर
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि उत्तराखंड।
खबर है केदारनाथ धाम से आपको बता दें कि इस वर्ष की यात्रा से केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या बहुत ज्यादा होने से केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में देश विदेश के श्रद्धालुओं को केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में शौचालय की सुविधा न होने से आम श्रद्धालु बहुत परेशान नजर आ रहे हैं। वहीं पूर्व प्रधान गौरीकुंड मया राम गोस्वामी ने बताया कि बाबा केदारनाथ धाम में लाखों श्रद्धालु तो जरूर आ रहे हैं लेकिन केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में लाखों श्रद्धालु को शौचालय की भारी समस्या हो रही है उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में केवल 5 ही शौचालय उपलब्ध है जो कि इस वर्ष की यात्रा सीजन में श्रद्धालुओ की अधिकतर संख्या को देखते हुए देश विदेश के श्रद्धालुओं को केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में शौचालय की भारी दिक्कत हो रही है। कहा की कई श्रद्धालुओं द्वारा केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में शौचालय की समस्या होने से सड़कों में ही सोच किया जा रहा है, उन्होंने बताया कि जिससे मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में गन्दगी फेल रही है पूर्व प्रधान माया राम गोस्वामी ने केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में साफ सफाई पर भी सवाल उठाया है उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से केदारनाथ धाम में लाखों श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन करने को आते हैं उनमें से कई बाबा केदारनाथ की आस्था से नहीं आते हैं बल्कि केदारनाथ धाम में खाली सेल्फी और इंज्वॉय करने को आते हैं, पूर्व प्रधान माया राम गोस्वामी का कहना है कि केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में साफ सफाई न होने से केदारनाथ धाम का मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में बहुत ही गन्दगी फेल रही है। जिससे कई श्रद्धालु बीमार हो जा रहे हैं। अंत में पूर्व प्रधान गोस्वामी ने उत्तराखंड सरकार व जिला प्रशासन से अनुरोध किया कि व केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में सबसे शौचालय की व्यवस्था करें और उसके साथ ही केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में साफ सफाई की व्यवस्था करें। ताकि केदारनाथ धाम में यात्रा व्यवस्था सुव्यवस्थित चले