हे भगवान भोलेनाथ धामी सरकार को शत बुद्धि दे पंच गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ मंदिर को दिल्ली में शिलान्यास करने पर स्थानीय जनता व कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने किया घौर विरोध। पढिए पूरी खबर
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि ऊखीमठ से
हे भगवान भोलेनाथ धामी सरकार को शत बुद्धि दे पंच गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ मंदिर को दिल्ली में शिलान्यास करने पर स्थानीय जनता व कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने किया घौर विरोध। पढिए पूरी खबर
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि ऊखीमठ से
खबर है रुद्रप्रयाग व ऊखीमठ ब्लॉक से आपको बता दें कि उत्तराखंड सरकार व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा 10 जुलाई को बाबा केदारनाथ मंदिर का दिल्ली में शिलान्यास किया गया था उस फैसले का विरोध अब केदारघाटी की एक एक आम जनमानस कर रही है फिर चाहे व तीर्थ पुरोहित, व्यापारी, या कांग्रेस पार्टी हो बता दें कि रविवार को पंच गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में स्थानीय जनता व कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा धामी सरकार द्वारा केदारनाथ मंदिर को दिल्ली में शिलान्यास करवाने पर घौर विरोध किया गया साथ ही एक विचार विमर्श भी भगवान भोलेनाथ के सामने किया गया जो कि केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत की अध्यक्षता में की गई बता दें कि धामी सरकार ने जो दिल्ली में केदारनाथ मंदिर को बनवाने का फैसला लिया गया उसके विरोध में केदारनाथ बद्रीनाथ मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि केदारनाथ धाम हम सबकी आस्था है न कि व्यापार उन्होंने धामी सरकार पर शिकंजा कसते हुए कहा कि अभी तो हम भगवान भोले के सामने यह विरोध कर रहे हैं लेकिन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा यह फ़ैसला को बदल नहीं गया तो हम राज्य आन्दोलन करने पर बाध्य हो जाएगे गोदियाल ने कहा कि केदारनाथ धाम का मन्दिर केदारनाथ धाम में रहने दो और जो दिल्ली में केदारनाथ मंदिर का शिलान्यास किया गया है उस नाम को बदल दो उसके जगहों पर शिवालय या भोलेनाथ का मन्दिर और अन्य देवी-देवताओं के नाम रख दो उसके लिए सभी सहयोग करने लेकिन केदारनाथ मंदिर पर जो छेड़छाड़ करेंगे उसका पूरी केदारघाटी विरोध करेगी कहा कि इस केदारनाथ धाम व मंदिर को हमारे पूर्वजों व यहा के हर एक आम जनमानस की रोजगार व केदारनाथ मंदिर पर एक एक पत्थर में केदारपुरी के हर एक आम जनमानस की आस्था है जिसको हम खत्म नहीं होगे देंगे वहीं केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत ने भी पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल का समर्थन करते हुए कहा कि केदारनाथ धाम हम सबकी आस्था है उन्होंने ने भी धामी सरकार का पूररोज विरोध किया और कहा कि अगर आने वाले दिनों में धामी सरकार द्वारा यह फ़ैसला नहीं बदले गया तो तमाम केदारघाटी की जनता द्वारा इसको राष्ट्रीय आंदोलन किया जाएगा विधायक रावत ने कहा कि जिस प्रकार से केदारनाथ मंदिर को दिल्ली में बनाया जा रहा है उस हिसाब से तो यह सरकार कल के दिन पंच गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर को भी दूसरे राज्य में बनवा सकती है कहा कि जिस हिसाब से धामी सरकार इन देवी-देवताओं के मन्दिर पर छेड़छाड़ कर रही है उससे बढ़िया केदारनाथ धाम में यात्रा को बढ़ावा देने पर विचार व ध्यान देने का काम करे कमसे कम किसी बेरोजगार को रोजगार तो मिलेगा वहीं केदारघाटी के जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने कहा कि केदारनाथ मद्महेश्वर तुंगनाथ धाम हमारी आस्था है जिन धामों पर आज तक न ही किसी ने छेड़छाड़ की है लेकिन पहली बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार द्वारा केदारनाथ धाम के मन्दिर पर छेड़छाड़ करने के साथ दिल्ली में बनाने का जो फैसला लिया गया है उसका हम घोर विरोध करते हैं कहा कि एक तरफ केदारनाथ विधानसभा की विधायक शेलारानी रावत का निधन हो चुका है वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड के पांच जवान शहीद हो गये हैं लेकिन धामी सरकार द्वारा केदारनाथ की विधायक शेलारानी रावत को खाली श्रद्वांजलि दी जाती है और उनके अंतिम संस्कार से पहले ही दिल्ली में केदारनाथ मंदिर का शिलान्यास किया जाता है यह पूरी केदारनाथ घाटी के बहुत ही श्रम का विषय है जिसकी पूरी केदारघाटी विरोध करती है इस मौके पर कांग्रेस पार्टी के ब्लॉग अध्यक्ष अबतार सिंह नेगी, युवा जिला अध्यक्ष कर्मवीर कुंवर, राकेश नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य गुप्तकाशी गणेश तिवारी, निर्वतमान सभासद रविन्द्र सिंह रावत, प्रदीप धरमाण, प्रदीप उखियाल, कांग्रेस पार्टी के पीसीसी मेमर आनंद सिंह रावत, गुरिल्ला संगठन की अध्यक्ष व कांग्रेस पार्टी की सक्रिय सदस्य बसन्ती रावत, कांग्रेस पार्टी की प्रदेश सचिव शशि सेमवाल, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रीता पुष्पवान, नागेंद्र राणा, ललित फर्स्वाण पूर्व विधायक कपकोट, कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष कुंवर सजवाण, नवदीप सिंह नेगी, रणजीत रावत,प्रकार पंवार के साथ तमाम स्थानीय जनता व कांग्रेसी कार्यकर्ताओं मौजूद थे
पूर्व विधायक मनोज रावत एवं गणेश गोदयाल रहे शामिल