ग्राम पंचायत तुलंगा में रविवार को 500 घोड़ें खच्चरो का किया गया स्वास्थ्य पंजीकरण पढिए पूरी खबर
ग्राम पंचायत तुलंगा में रविवार को 500 घोड़ें खच्चरो का किया गया स्वास्थ्य पंजीकरण पढिए पूरी खबर
हिमालय की आवाज देव भूमि उत्तराखंड से खोजी- संवादाता-हरीश चंद्र।
खबर है रुद्रप्रयाग जिले व तुलंगा से आपको बता दें कि बाबा केदारनाथ के धाम में यात्रा शुरू होने में मात्र कुछ दिनों का समय बचा हुआ है वहीं ग्राम पंचायत तुलंगा में दो दिवसीय घोड़े खच्चरो का स्वास्थ्य पंजीकरण शिविर लगाया गया जिसमें लगभग 500 घोड़े खच्चरो का पंजीकरण किया गया केदारनाथ धाम के ट्रेट यूनियन संस्थापक अवतार सिंह नेगी ने बताया कि ग्राम पंचायत तुलंगा में शनिवार और रविवार को दो दिवसीय शिविर लगाया गया जिसमें क्षेत्र के छूटे हुए 500 घोड़े खच्चरो का पंजीकरण या उनका लाइसेंस बनाया गया है उन्होंने कहा कि आगामी यात्रा सीजन शुरू होने में मात्र कुछ दिन ही बचे हैं जिसको देखते हुए घोड़े खच्चरो के स्वास्थ्य चिकित्सा पंजीकरण करा दिया जा रहा हैं, जिससे उन्हें केदारनाथ धाम में यात्रा सीजन करने में कोई दिक्कत न हो। अवतार सिंह नेगी ने कहा कि यदि अभी भी अगर कुछ घोड़े खच्चर छूटे हुए होंगे तो उनका भी जल्द पंजीकरण किया जाएगा उन्होंने जिला पंचायत के कर्मचारियों, पशुपालन विभाग के पशु चिकित्सक व जी मैक्स के आनलाईन करने वाली टीम का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया गया कहा कि इन सभी विभागों के कर्मचारियों द्वारा ग्राम पंचायत तुलंगा में लगातार दो दिन तक घोड़े खच्चरो का स्वास्थ्य पंजीकरण करवाया गया। प्रधान तुलंगा नवीन ने कहा कि ग्राम पंचायत तुलंगा में दो दिवसीय घोड़े खच्चरो का स्वास्थ्य पंजीकरण शिविर लगाया गया जिस शिवर में ग्राम पंचायत तुलंगा के घोड़े खच्चर नहीं बल्कि बसुकेदार, ल्वारा, बमसू, नागजगाई, कालीमठ, कोटमा, जालतल्ला मल्ला, चौमासी, जालतल्ला, तमाम जगहों के घोड़े खच्चरो का स्वास्थ्य पंजीकरण किया गया वहीं पशुपालन विभाग के चीफ पशु अधिकारी डाक्टर आशीष रावत ने कहा कि केदारनाथ धाम में यात्रा सीजन के दौरान हजारों घोड़े खच्चर केदारनाथ धाम में जाते हैं और कई घोड़े खच्चर पहले से बीमार रहते हैं या व धाम में मर जाते हैं जिसको देखते हुए जनपद रूद्रप्रयाग के हर एक ग्राम पंचायतों व क्षेत्रों में पशुपालन विभाग द्वारा धोड़े खच्चरो का स्वास्थ्य चिकित्सा पंजीकरण शिविर लगाया जा रहा है। कहा कि जिस शिविर में घोड़े खच्चरो की जांच की जाती है और फिर उनका पंजीकरण या लाइसेंस बना दिया जाता है। डाक्टर आशीष रावत ने बताया कि जनपद रूद्रप्रयाग में घोड़े खच्चरों की पंजीकरण शिविर या जांच पूरी हो चुकी है। लेकिन अभी भी जनपद रूद्रप्रयाग मे कुछ घोड़े खच्चर छूटे हुए हैं जिनका अभी तक न कोई जांच हुई है और न कोई लाइसेंस बना है क्या यात्रा सीजन शुरू होने से पहले छूटे हुए घोड़े खच्चरो की जांच कर दी जाएगी या उनका लाइसेंस व पंजीकरण किया जाएगा यह अभी समय के गर्व में छुपा हुआ है।