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*गोध्वज_स्थापना_भारत_यात्रा* टीम ने आज छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर पहुँचकर पत्रकारों को सम्बोधित किया ।

*गो प्रतिष्ठा आंदोलन - गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा* 22 सितंबर से 26 अक्टूबर 2024 तक

*गोध्वज_स्थापना_भारत_यात्रा* टीम ने आज छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर पहुँचकर पत्रकारों को सम्बोधित किया । 

वरिष्ठ संवाददाता,ॐ प्रकाश केदारखंडी ( हिमालय की आवाज  देवभूमि से रिपोर्ट

*गो प्रतिष्ठा आंदोलन – गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा*

22 सितंबर से 26 अक्टूबर 2024 तक

रायपुर, छत्तीसगढ़

17 सितम्बर 2024

रायपुर में गो ध्वज को स्थापित कर गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने 7 अक्टूबर 2024 को पहुंचेंगे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी ।

सनातन धर्म में वेद, उपनिषद, पुराणों सहित समस्त धर्म शास्त्रों में गो की महिमा गई है। गाय को पशु नहीं अपितु माता की प्रतिष्ठा दी गई है यही सनातन धर्मी हिंदुओ की पवित्र भावना है, आस्था है। इसी धार्मिक आस्था हेतु संविधान एवं कानून में गाय को राज्य सूची से हटाकर केंद्रीय सूची में डालकर *गौमाता को राष्ट्रमाता* का सम्मान दिलाने तथा *गौहत्या मुक्त भारत* बनाने के लिए संपूर्ण भारत में गौ प्रतिष्ठा आंदोलन चलाया जा रहा है।

स्वतंत्रता प्राप्त से ही निरन्तर गौमाता की प्रतिष्ठा एवं रक्षा के प्रयास होते रहे है जिसमें 1966 के धर्म सम्राट यतिचक्रचूडामणि पूज्य करपात्री जी महाराज जी के नेतृत्व में हुआ प्रचलित गौरक्षा आंदोलन है जिसके लिए हजारों गौभक्तों का बलिदान हुआ था। इसी क्रम में गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाकर गोहत्या मुक्त भारत बनाने हेतु परम गोभक्त पूज्य गोपाल मणि जी ने गौ प्रतिष्ठा आंदोलन का नेतृत्व कर देशभर में इसे जीवन्त रखा तथा इस पवित्र अभियान में चारो पीठों के जगद्गुरु शंकराचार्यों का आशीर्वाद प्राप्त किया। चारो पीठों के पूज्य जगद्गुरू शंकराचार्यों द्वारा अभिषिंचित एवं समर्थित गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने एवं गौहत्या बंदी कानून हेतु देश में गौ संसद का आयोजन हुआ जिसमें रामा गौ प्रतिष्ठा संहिता बिल सहित 42 बिंदु का धर्मादेश भी पारित किया जा चुका है । गौ प्रतिष्ठा के इस अभियान को प्रज्वलित करने हेतु गौ घृत की ज्योति को प्रकाशित कर ज्योर्तिमठ के

परम पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज जी ने इस आंदोलन का निर्देशन कर रहे है जिन्होंने 14 मार्च से लेकर 28 मार्च 2024 तक नंगे पैर पदयात्रा गोवर्धन से दिल्ली तक भी की । पूज्य जगद्गुरु ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य जी के निर्देशन में आज गौ प्रतिष्ठा का अभियान निरन्तर देशभर में गतिमान है जिन्होंने इस संवत्सर को गौ संवत्सर के रूप में घोषित भी किया है।

 

पूज्य ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी के निर्देशन एवं नेतृत्व में संपूर्ण भारत में गौ प्रतिष्ठा आंदोलन के अंतर्गत गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा दिनांक 22 सितंबर से 26 अक्टूबर तक होनी निश्चित हुई है जो भारत के समस्त 37 प्रदेशों की राजधानियों तक जाएगी तथा वहां एक गो ध्वज की स्थापना की जाएगी। गो प्रतिष्ठा आंदोलन के संयोजक पूज्य गोपाल मणि जी महाराज भी पूरे समर्पण और शक्ति के साथ यात्रा की सफलता हेतु प्राण-प्रण से शंकराचार्य जी के साथ हर कदम में साथ रहेंगे। प्रत्येक राज्य की राजधानियों में विशाल गो प्रतिष्ठा सम्मेलन का दिव्य भव्य आयोजन होगा जिसका श्रीगणेश गोरक्षक, गोभक्त भगवान श्रीराम जी की राजधानी अयोध्या से होगा जहां भगवान रामलला के रूप में विद्यमान हैं जहां से यह पूर्व, पश्चिम, दक्षिण, उत्तर होते हुए 26 अक्टूबर को देश की राजधानी दिल्ली में होगी। पूज्य जगद्गुरू शंकराचार्य जी द्वारा समस्त भारत के प्रखर गोभक्तो को सम्मानित भी किया जाएगा।

 

छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर में पूज्यपाद शंकराचार्य स्वामिश्री अविमुक्तेश्वरानंद जी 7 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक गो ध्वज की स्थापना, गो महासभा को संबोधित करेंगे। इसके उपरांत वो अग्रिम यात्रा हेतु मध्य प्रदेश को प्रस्थान करेंगे।

 

इस गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा का लक्ष्य संपूर्ण भारत में गो प्रतिष्ठा आंदोलन हेतु समस्त राष्ट्र के गोभक्त हिन्दुओं को जागृत कर एक सूत्र में पिरोने का है तथा गोमाता की दुर्गति , गो हत्या के कलंक को मिटाकर कर, पशु के अपमान से हटा कर राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाना है।

 

इस गो ध्वज स्थापना पद यात्रा का सूत्रवाक्य है : गौ माता, राष्ट्र माता – राष्ट्र माता, भारत माता

 

गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा के उपरांत देश की राजधानी दिल्ली में गोपाष्टमी के अवसर पर 7, 8 और 9 नवंबर को तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी गो प्रतिष्ठा महासम्मेलन होगा जो भारत की सरकार को गौहत्या के कलंक को मिटाकर गौमाता को राष्ट्रमाता की प्रतिष्ठा दिलाने हेतु निर्णायक होगा।

 

इस ऐतिहासिक यात्रा की पूर्व तैयारी हेतु आज दिनांक 17 सितंबर 2024 को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पहुंचे ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी के प्रतिनिधि एवं यात्रा के संयोजक ब्रह्मचारी मुकुंदानंद जी तथा सह- संयोजक गोभक्त विकास पाटनी जी, डॉ. इंदुभवानंद जी प्रभारी श्री शंकराचार्य आश्रम गोरियांकलां, प्रदेश यात्रा संयोजक ओमप्रकाश शर्मा जी, नवीन अग्रवाल जी ने भुवनेश्वर की मीडिया को संबोधित किया।

इसमें मुख्य रूप से मदन मोहन उपाध्याय, नरेंद्र गुप्ता , धर्मेंद्र त्रिपाठी , विपुल शर्मा , राजा पांडे , झनकलाल विषेन , सुनील केसरवानी , विजेंद्र तिवारी, प्रीतु शुक्ला, राजेश शुक्ला, नीलकंठ त्रिपाठी, दीपक साहू, प्रीतम साहू, अंकित तिवारी, गैंदलाल जी, राजेश पांडेय , उज्ज्वल मिश्रा, प्रदीप साहू , खेम साहू, नरेंद्र चौबे, हनुमान प्रसाद तिवारी, दीपक साहू, नंद कुमार देवांगन, एस . पी साहू, हरीश तिवारी, गिरीश जी, धनेंद्र त्रिपाठी, अविनाश विश्नोई, वरूण वर्मा, शिवम द्विवेदी , युगल साहू आदि उपस्थित थे ।

 

उक्त जानकारी ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य जी महाराज के मीडिया प्रभारी संजय पाण्डेय के माध्यम से प्राप्त हुई है।

 

प्रेषक

मीडिया प्रभारी-संजय पाण्डेय।

परमाराध्य परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य जी महाराज।

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