द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की भोग मूर्ती अपने गर्भगृह से वृहस्पति वार अपने सभा मंडप औकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में विराजमान हुई दो दिनों तक द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की भोग मूर्ती अपने ही सभा मंडप में भक्तों के दर्शन लिए रहेगी विराजमान। 18 को होगी कैलाश धाम के लिए रवाना पढिए पूरी खबर देखिए विडियो।
द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की भोग मूर्ती अपने गर्भगृह से वृहस्पति वार अपने सभा मंडप औकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में विराजमान हुई दो दिनों तक द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की भोग मूर्ती अपने ही सभा मंडप में भक्तों के दर्शन लिए रहेगी विराजमान। 18 को होगी कैलाश धाम के लिए रवाना पढिए पूरी खबर देखिए विडियो।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि उत्तराखंड।
खबर है रुद्रप्रयाग जिले व ऊखीमठ क्षेत्र से आपको बता दें कि द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के कपाट खुलने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है वहीं वृहस्पति वार को द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की भोग मूर्ती अपने गर्भगृह से होकर सभा मंडप औकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में विराजमान हो गई है बता दें कि द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की भोग मूर्ती शुक्रवार को भी सभी भक्तों के दर्शन के लिए अपने ही सभा मंडप में विराजमान रहेगी विशेष बात यह है कि जब द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की भोग मूर्ती अपने गर्भगृह से सभा मंडप में विराजमान होती है तो नगर पंचायत ऊखीमठ की महिलाओ द्वारा भगवान मद्महेश्वर की भोग मूर्ती को नये अनाज का भोग चढ़ाया जाता है जिस भोग में पूरी, पकोड़े, अन्य भोग बनाकर भोग मूर्ती को अर्पित किया जाता है जिसको छाबड़ी के नाम से कहा जाता है बता दें कि यह परम्परा बहुत पहले से होते चली आ रही है। साथ ही 18 मई को द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली अपने प्रथम रात्रि प्रवास के लिए राकेश्वरी मन्दिर रांसी में विराजमान होगी और फ़िर 19 मई को द्वितीय रात्रि विश्राम के लिए द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली गौडार में विराजमान होगी और अंत में 20 मई को द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली अपने धाम मद्महेश्वर में पहुंचने पर लगभग 12 बजे सभी देश विदेश के श्रद्धालुओं के लिए विधि-विधान से भगवान मद्महेश्वर के कपाट 6 महीनों के लिए खोल दिये जायेगे इस मौके पर श्री श्री 1008 जगत गुरू भीमा शंकर लिंग महाराज, द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के नव नियुक्त हुए पुजारी श्री गंगाधर लिंग, आचार्य विश्व मोहन जमलोकी, वरिष्ट प्रशासनिक अधिकारी युद्धवीर सिंह पुष्पवान, शिव सिंह रावत केदारनाथ बद्रीनाथ मंदिर समिति के पूर्व सदस्य, रेखा रावत, पूर्व सभासद सरला देवी, सोनी देवी, दीपक पंवार, शिव लिंग पुजारी, वागेश लिंग नवीन मैठाणी, वन पंचायत सरपंच पवन राणा, सतेश्वरी बिष्ट पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रीता पुष्पवान, व्यापार मंडल अध्यक्ष राजीव भट्ट, समेत सैकड़ों श्रद्धालुओं व मन्दिर समिति के कर्मचारी, मौजूद थे।