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द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम में स्थानीय व्यापारी व तीर्थ यात्रियों के लिए किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं है। व्यापार संघ अध्यक्ष अनूप पंवार, *पढिए खबर#।

हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि ऊखीमठ से।

*द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम में स्थानीय व्यापारी व तीर्थ यात्रियों के लिए किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं है। व्यापार संघ अध्यक्ष अनूप पंवार, *पढिए खबर#।

 

हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि ऊखीमठ से।

*खबर है ऊखीमठ ब्लॉक से आपको बता दें कि देव भूमि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले और ऊखीमठ ब्लॉक में द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम का मन्दिर स्थित है जिसमें हर साल देश विदेश के हजारों श्रद्धालुओं धाम के दर्शन करने पहुंचे हैं वहीं व्यापार संघ अध्यक्ष मद्महेश्वर अनूप पंवार ने बताया कि द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम में पहुंचने के लिए मुख्य पड़ाव अखतोली धार से 14 किलोमीटर पैदल मार्ग का सफर तय करना पड़ता है उन्होंने कहा कि इस धाम में प्रतिवर्ष श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होती है और द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम में हर दिन श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं कहा कि इस साल भी जबसे द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम के कपाट खुले हैं तब से अब तक लगभग 15 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन कर लिए हैं और अभी भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे हैं विशेष बात यह है कि अध्यक्ष अनूप पंवार ने कहा कि द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम के अगतोलीधार से मद्महेश्वर घाम तक 14 किलोमीटर पैदल मार्ग पर अभी तक एक भी शुलभ शौचालय व सोलर लाईट और पानी की व्यवस्था नहीं है जिससे देश विदेश के श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है उन्होंने कहा कि जब द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम पर देश विदेश के श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं तो व अपनी अपनी व्यवस्था पर दर्शन के लिए आते हैं बताया कि खासकर रात्रि के समय धाम पहुंचने वाले श्रद्धालु अपने मोबाइल फोन के लाईट के सहारे 14 किलोमीटर पैदल मार्ग का सफर तय करके धाम तक पहुंचते हैं जिससे उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है पंवार का कहना है कि उनके द्वारा कही बार शाशन प्रशासन व सरकार को इस मामले में अवगत कराया गया है लेकिन अभी भी यह स्थिति जस की तस बनी हुई है अध्यक्ष पंवार ने बताया कि बनातोली से मद्महेश्वर घाम तक 10 किलोमीटर की दूरी है और उसके बीच उन्हें वन विभाग द्वारा सेंचुरी अधिनियम के तहत बहुत परेशान किया जाता है उन्होंने कहा कि बनातोली से मद्महेश्वर धाम तक वन विभाग द्वारा कोई भी सुविधा धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को नहीं दी जाती है न कोई सुविधा दी गई है जिससे स्थानीय व्यापारियों के साथ देश विदेश के श्रद्धालुओं को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अध्यक्ष ने इन सभी समस्याओं के निराकरण करने के लिए उत्तराखंड सरकार व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी और शाशन प्रशासन व वन विभाग से अपील की है कि वे इन समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करे। जिससे देश विदेश के श्रद्धालुओं को भारी परेशानी न झेलनी पड़े।

अध्यक्ष अनूप पंवार ने मद्महेश्वर धाम में देश विदेश के श्रद्धालुओं के साथ क्षेत्र के स्थानीय व्यापारियों की समस्यायों का भी जिक्र करते हुए कहा कि द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम में अभी तक स्थानीय व्यापारियों को भी कोई सुविधा शासन प्रशासन व सरकार द्वारा नहीं दी गई है उन्होंने कहा कि जितने भी द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम में स्थानीय व्यापारी हैं व अपने अपने व्यवस्था खुद करते हैं फिर चाहे रात्रि के समय सोलर लाईट की हो या शुलभ शौचालय और पानी की हो विशेष बात तो अध्यक्ष ने यह बताई की द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम में नेटवर्किंग की भी बहुत बड़ी समस्या होती है मतलब धाम में नेटवर्क ही नहीं आता है कहा कि धाम से लगभग 2 किलोमीटर पिछे आने पर नेटवर्क पकड़ता है जो कि बहुत बड़ी समस्या बनी रहती है वहीं कहा कि द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम को जाने वाला बनातोली पुल मार्ग पर भी हर साल खतरा बना रहता है जो हर साल भारी बारिश के कारण टूट जाता है और फिर उसे शासन प्रशासन और विभाग द्वारा वैकल्पिक लकड़ी का कच्चा पुल लगाया जाता है। जो कि फिर समस्या पैदा कर लेता है जिससे धाम में यात्रा करने आ रहे श्रद्धालुओं की संख्या में बहुत बड़ा असर पड़ता है उन्होंने उत्तराखंड सरकार से खासकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी से द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम की तमाम समस्याओं को लेकर व स्थानीय व्यापारियों को देखते हुए सरकार व शाशन प्रशासन और वन विभाग से अपील की है कि आप इन सभी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द करें जिससे द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम में यात्रा की सौभा बनी रहे

 

 

द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम के अगतोलीधार से मद्महेश्वर घाम तक कितनी दुकानें हैं बताया अध्यक्ष अनूप पंवार ने

 

द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम में कुल 11 दुकान है और बीच के पड़ाव पर 18 दुकाने देश विदेश के श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था बनाई गई है।

 

आईये देखते हैं कि द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम किन किन मुख्य पडावो हो कर जाते हैं

 

द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम का सबसे पहले मुख्य पड़ाव अगतोलीधार से गौडार, से बनातोली, से खंडाराखाल से खूनचच्छी, से मद्महेश्वर घाम पहुंचे हैं जिनकी दूरी अगतोलीधार से 14 किलोमीटर है।

 

हिमालय की आवाज न्यूज़ चैनल का भी सरकार से विशेष अनुरोध है कि आप इस धाम की और भी ध्यान दे।

 

 

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