अखिल भारतीय किसान सभा मण्डल कमेटी ऊखीमठ व सेन्टर आफ इण्डियन ट्रेड यूनियन ने केदारघाटी की 17 सूत्रीय मांगो को लेकर किया एक दिन का धरना प्रदर्शन सरकार को ठेहराया जिम्मेदार।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि ऊखीमठ से।
अखिल भारतीय किसान सभा मण्डल कमेटी ऊखीमठ व सेन्टर आफ इण्डियन ट्रेड यूनियन ने केदारघाटी की 17 सूत्रीय मांगो को लेकर किया एक दिन का धरना प्रदर्शन सरकार को ठेहराया जिम्मेदार।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि ऊखीमठ से।
खबर है रूद्रप्रयाग जिले व ब्लॉक से आपको बता दें कि शुक्रवार को सेन्टर इण्डियन ट्रेंड यूनियन व अखिल भारतीय किसान सभा के किसान रूद्रप्रयाग द्वारा संयुक्त किसान मोर्चे के आहवान पर कोपरेट भारत छोड़ो के नारे के अवसर पर स्थान तहसील ऊखीमठ में शुक्रवार को धरना प्रदर्शन कर वरिष्ट प्रशासनिक अधिकारी धीरज सिंह शर्मा के माध्यम से प्रधानमंत्री भारत सरकार नई दिल्ली एवं उसकी प्रतिलिपि सड़क परिवहन मंत्री, माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार व मुख्य सचिव उत्तराखंड और जिला अधिकारी को अपनी 17 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन भेजा गया। वहीं सभा को सम्बोधित करते हुए किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजा राम सेमवाल ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा पूरे देश भर में किसानों एव मजदूरों की समस्याओं को लेते हुए देश भर में एक बार फिर से आन्दोलन शुरू कर दिया है बताया कि इन सभी मांगों को लेकर पूरे देश भर के हर एक ब्लॉको में धरना प्रदर्शन हो रहा है कहा कि भारत के प्रधानमंत्री ने कापरेट पूंजीपतियों के दवाव में आ कर पूरी की पूरी खेती किसानो की पूंजीपतियों को बेंच दी है जिससे देश का किसान एवं मजदूर बर्बाद हो गया है वहीं सेटर आफ इण्डियन ट्रेंड यूनियन के जिला महामंत्री बीरेंद्र गोस्वामी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 10 साल के राज में हजारों किसानों ने बोझ से आत्महत्या कर दी है जिससे इस सरकार ने अपने तानाशाही के दवाव में किसानों के आन्दोलन को भी कुचलने का प्रयास किया गया है लेकिन किसान व मजदूरों की एकता ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार को अपने ऐतिहासिक किसान आन्दोलन के बल पर झुकाया एव सवक दिया जाएगा। वहीं धरना प्रदर्शन में केदारघाटी की तमाम समस्याओं का जिक्र हुआ जिसमें केदारनाथ धाम में आई आपदा को लेकर धाम में फंसे तमाम घोड़े खच्चरो के व दुकान। व ढाबा के मजदूरों को नुक़सान होने पर उन्हें सरकार द्वारा मुआवजा देने की बात की गई। इन सभी समस्याओं को लेकर भारत सरकार व उत्तराखंड सरकार के तमाम अधिकारियों और मंत्रियों एवं जिला अधिकारी को ज्ञापन के माध्यम से पत्र भेजा गया। इस मौके पर जिला अध्यक्ष अषाड सिंह, दौलत सिंह रावत, बसन्ती रावत, दयाल सिंह, जसपाल लाल, प्रताप लाल, रमेश लाल, बृज लाल, विक्रम लाल, पीताम्बर, कुंवर लाल, राजेन्द्र सिंह रावत, सुनील सिंह, देवेन्द्र, प्रदीप उखियाल, प्रकाश लाल, इन्द्र लाल, शिवराज लाल, मंगल सिंह, उमेन्द्र सिंह, समेत अन्य मौजूद थे।