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अभी तक ग्राम राऊलैक क्षेत्र के अन्तर्गत पड़ने वाला उप गांव राऊ में नहीं है मोटर मार्ग ग्रामीण व जनप्रतिनिधि कर रहे हैं 5 सालो से मोटर मार्ग का इन्तजार कही बार सरकार को दे चुके हैं मांग पत्र पढ़िए पूरी खबर।

हिमालय की आवाज बीएचपी न्यूज़ चैनल से विशेष खबर के संवादाता हरीश चंद्र ऊखीमठ से।

अभी तक ग्राम राऊलैक क्षेत्र के अन्तर्गत पड़ने वाला उप गांव राऊ में नहीं है मोटर मार्ग ग्रामीण व जनप्रतिनिधि कर रहे हैं 5 सालो से मोटर मार्ग का इन्तजार कही बार सरकार को दे चुके हैं मांग पत्र पढ़िए पूरी खबर।

हिमालय की आवाज बीएचपी न्यूज़ चैनल से विशेष खबर के संवादाता हरीश चंद्र ऊखीमठ से।

 

खबर है रुद्रप्रयाग जिले व ऊखीमठ ब्लॉक से आपको बता दें कि एक तरफ सरकार द्वारा चुनाव के समय वादा किया जाता है कि हर एक गांव को मोटर मार्ग से जोड़ा जाएगा लेकिन अभी भी पहाड़ो में कई ऐसे गांव हैं जहां अभी तक मोटर मार्ग की सुविधा उपलब्ध नहीं है जिससे ग्रामीण बहुत परेशान नजर आते हैं वहीं रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ ब्लॉक में ग्राम पंचायत राऊलैक क्षेत्र में पड़ने वाला उप गांव राऊ में भी अभी तक मोटर मार्ग नहीं है जिससे ग्रामीण व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि पिछले 5 सालो से लगातार सरकार और विधायक को मांग पत्र दे ते थक गये हैं लेकिन फिर भी इस गांव को मोटर मार्ग से नहीं जोड़ा गया है प्रधान राऊलैक कमलेंद्र सिंह नेगी व वन पंचायत सरपंच राऊलैक दलीप सिंह रावत पूर्व सुबेदार ने बताया कि ग्राम पंचायत राऊलैक के अन्तर्गत पड़ने वाला उप गांव राऊ में अभी तक मोटर मार्ग की सुविधा नहीं है जिससे ग्रामीणों को बहुत परेशानी झेलनी पड़ती है उन्होंने कहा कि राऊ गांव में लगभग 300 परिवार रहते हैं और राऊ गांव से मुख्य बाजार राऊलैक की दूरी लगभग 1 किलोमीटर है और इस गांव के ग्रामीणों को 1 किलोमीटर दूरी तय करके मुख्य बाजार में जाना पड़ता है प्रधान और वन पंचायत सरपंच ने कहा कि उनके द्वारा पिछले 5 सालो से इस मोटर मार्ग के बारे में उत्तराखंड सरकार के मुख्यमंत्री व विधायक को कई बार मांग पत्र भी दिया गया है लेकिन इस मांग पत्र का अभी तक कोई भी फर्क नहीं पड़ा वन पंचायत सरपंच राऊ राजेन्द्र सिंह रावत व महिला मंगल दल अध्यक्ष नीमा रावत ने बताया कि राऊ गांव में मोटर मार्ग न होने के कारण इस गांव के ग्रामीणों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है उन्होंने कहा कि जब कभी अचानक किसी व्यक्ति की तबियत खराब हो जाती है तो उस व्यक्ति को 1 किलोमीटर दूर तक पैदल रास्ते से ले जाना पड़ता है विशेष बात तो यह है कि जब रात या किसी भी समय गांव में प्रसव वाली महिला होती है और उनकी तबियत अचानक खराब हो जाती है या उसे प्रसव पीड़ा लग जाती है तो उसे भी एक किलोमीटर दूर तक पैदल आना पड़ता है साथ ही बुजुर्ग लोग को भी आने जाने में बहुत दिक्कत हो जाती है वन पंचायत सरपंच व महिला मंगल दल की अध्यक्ष ने कहा कि जब गांव में किसी बेटा या बेटी की शादी होती है तो उनकी बारात को भी एक किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है फिर बारात के लिए रवाना होना पड़ता है जिससे ग्रामीणों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है इन सभी जनप्रतिनिधियों ने कहा कि केवल उनकी मांग पर जिला पंचायत सदस्य कालीमठ वार्ड के विनोद राणा ने ध्यान दिया और उन्हें आश्वासन दिया कि वे जल्द इस मोटर मार्ग की स्वीकृति करवा कर राऊ गांव को मोटर मार्ग तक जोड देंगे वहीं न ही उत्तराखंड सरकार ने इस मांग पर अभी तक ध्यान दिया और न ही स्थानीय विधायक द्वारा अंत में राऊ गांव के जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों द्वारा हिमालय की आवाज बीएचपी न्यूज़ चैनल के माध्यम से एक बार फिर से उत्तराखंड सरकार व विधायक और शासन प्रशासन से अनुरोध किया है कि ग्राम पंचायत राऊलेक के अन्तर्गत पड़ने वाला उप गांव राऊ गांव को मोटर मार्ग से जोड़ने की अनुमति प्रदान की जाए। साथ ही मोटर मार्ग की स्वीकृति प्रदान करने का कष्ट करें जिससे ग्रामीणों को कोई परेशानी न झेलनी पड़े। अब क्या उत्तराखंड सरकार इस मांग को पूरा करतीं हैं कि नहीं आप तब बने रहे हिमालय की आवाज बीएचपी न्यूज़ चैनल को धन्यवाद।

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