अब तक हजारों श्रद्धालु कर चुके हैं काशी-विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी के दर्शन। क्यो पड़ा है इस गाव का नाम गुप्तकाशी सुनिए पूरी खबर।
अब तक हजारों श्रद्धालु कर चुके हैं काशी-विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी के दर्शन। क्यो पड़ा है इस गाव का नाम गुप्तकाशी सुनिए पूरी खबर।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि उत्तराखंड से
खबर है रुद्रप्रयाग जिले व गुप्तकाशी से आपको बता दें कि देव भूमि उत्तराखंड के हर गांव में भगवान भोलेनाथ की आस्था बनी हुई है जिस आस्था की देश विदेश के श्रद्धालुओं अभी पूजा अर्चना करके भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने से भक्ति मय हो जाते हैं बता दें कि बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर केदारनाथ में तो अब तक लाखों श्रद्धालु ने बाबा के दर्शन कर लिए हैं लेकिन केदारनाथ धाम के मार्ग पर काशी-विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में आम श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है बता दें कि अब तक काशी विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ के दर्शन कर लिए हैं काशी विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी के मुख्य पुजारी शिव लिंग महाराज जी ने बताया जबसे बाबा केदारनाथ धाम की चल विग्रह उत्सव डोली अपने धाम पहुंची है तब से अब तक काशी विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में 50हजार से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ के दर्शन कर चुके हैं उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी की जानकारी देते हुए कहा कि इसी स्थान पर माता पार्वती व साक्षात बाबा भोलेनाथ के दर्शन होते है कहा कि इसी स्थान पर मणी करणी का कुंड है। उन्होंने बताया कि जो भी श्रद्धालुओं काशी विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में आते हैं व बाबा केदारनाथ धाम के तर्ज पर बाबा भोलेनाथ के दर्शन करते हैं। क्या कहा काशी विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी के मुख्य पुजारी शिव लिंग महाराज जी ने देखिये।