आबकारी विभाग इधर भी ध्यान दीजिए रूद्रप्रयाग जिले के अंग्रेजी शराब की दुकानों में हो रही है ओवर रेटिंग एमआरपी से ऊपर लिया जा रहा है दाम :-पेमेंट कारोबारी प्रिन्ट रेट से अधिक रेट पर बेच रहे है अंग्रेजी शराब पढिए पूरी खबर
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि उत्तराखंड से
अवकारी विभाग इधर भी ध्यान दीजिए रूद्रप्रयाग जिले के अंग्रेजी शराब की दुकानों में हो रही है ओवर रेटिंग एमआरपी से ऊपर लिया जा रहा है दाम :-पेमेंट कारोबारी प्रिन्ट रेट से अधिक रेट पर बेच रहे है अंग्रेजी शराब पढिए पूरी खबर
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि उत्तराखंड से
खबर है रुद्रप्रयाग जिले से आपको बता दें कि रूद्रप्रयाग जिले के अन्तर्गत पड़ने वाली हर एक अंग्रेजी शराब की दुकानों में अंग्रेजी शराब को ओवर रेटों में दिया जा रहा है बता दें कि अगर अंग्रेजी शराब की बात करें तो जो रेट प्रिन्ट बोतलों पर लिखा गया है उस रेट के अतिरिक्त अंग्रेजी शराब की दुकानों पर अंग्रेजी शराब की कारोबारी की जा रही है विशेष बात यह है कि अगर एक मेकडोल प्रिन्ट रेट 660 रुपए लिखा है तो उसे 680 रूपए में दिया जा रहा है इसी प्रकार अन्य अंग्रेजी शराब की ब्रांड को अतिरिक्त रेट पर दिया जाता है फिर चाहे बीयर ही क्यों नहीं यह एक सोचनीय वाली बात है कि जब सरकार द्वारा प्रत्येक बोतल पर प्रिन्ट रेट लिखा है तो फिर अंग्रेजी शराब की दुकानों के मालिक व कार्यकर्ताओ द्वारा ये ओवर रेट क्यों जा रही है जबकि आपकी विभाग भी अभी तक मोन बेठी है बता दें कि इसमें किसी गरीब आदमी का खून चूसा जा रहा है यही नहीं अगर किसी आदमी के पास 10 या 20 रूपए किसी समय कम पड जाते हैं तो अंग्रेजी शराब के दुकानो में बेठे मालिक या कार्यकर्ताओ के द्वारा उसे मूहतोड जबाब दिया जाता है साथ ही उसके पैसे वापस कर उसे वापस लौटाया जाता है फिर चाहे काकड़ा केठा की बात हो या अगस्त्यमुनि, बसुकेदार, तिलवाड़ा और रूद्रप्रयाग अंग्रेजी शराब की दुकानों की इन सभी इन सभी अंग्रेजी शराब दुकानो के मालिकों व ठेके पर बेठे शराब बेचने वालो का व्यवहार बहुत ही लगत रहता है फिर चाहे बुजुर्गो के साथ हो या युवाओं के साथ जिस पर आपकारी विभाग रूद्रप्रयाग को ध्यान देना चाहिए और अंग्रेजी शराब के चहेते को प्रिन्ट रेट पर शराब बेचनी चाहिए अंत में बताना चाहेंगे कि रूद्रप्रयाग जिले के तमाम अंग्रेजी शराब की दुकानों में एक ही रेट पर शराब मिलनी चाहिए व भी प्रिन्ट रेट पर साथ ही व्यवहार भी सही करना होगा जिसका संज्ञान अवकारी विभाग व सरकार को लेना चाहिए जिससे शराब के शौकिनों को अच्छे धाम पर शराब मिल सके यही नहीं अंग्रेजी शराब की पेटियों में भी ओवर रेट की जाती है।