आप पहले ही इतना टूट चुके हैं हम आपको ऐसे भूखा नहीं जाने देंगे केदारनाथ धाम में आपदा प्रभावित फंसे स्थानीय मजदूरों को ग्राम चौमासी के ग्रामीणों द्वारा की जा रही है भोजन पानी व रहने की पूरी व्यवस्था,।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चंद्र देव भूमि ऊखीमठ से
आप पहले ही इतना टूट चुके हैं हम आपको ऐसे भूखा नहीं जाने देंगे केदारनाथ धाम में आपदा प्रभावित फंसे स्थानीय मजदूरों को ग्राम चौमासी के ग्रामीणों द्वारा की जा रही है भोजन पानी व रहने की पूरी व्यवस्था,।
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चंद्र देव भूमि ऊखीमठ से
खबर है केदारघाटी से आपको बता दें कि बुधवार को बीती रात केदारनाथ धाम में भारी बारिश होने से रामबाड़ा भीमबली व लिनचोली के बीच बादल फटने से पूरी केदारघाटी में हलचल मची हुई है वहीं गौरीकुंड से लेकर रामबाड़ा, भीमबली, और लिनचोली तक काफी टूट फूट का मामला सामने आया है विशेष बात तो यह है कि रामबाड़ा के दो पैदल मार्ग के ऊपर पुल पूरी तरह से नदी के उफान के साथ बह गये हैं जिससे धाम में कहीं स्थानीय मजदूर व तीर्थ यात्री वहीं फंस गए गुरुवार को मौके स्थल पर एन डी आर एफ की टीम द्वारा रेक्सू व हेलीकॉप्टर के माध्यम से फंसे तीर्थयात्रियों व मजदूरों को सुरक्षित रूप से लगभग 4000 तीर्थ यात्री व स्थानीय मजदूरों को निकाला गया आपको बता दें कि केदारनाथ धाम में कुछ आपदा प्रभावित स्थानीय मजदूर अपने घोड़े खच्चरो को लेकर मुनकट्या के राते पैदल मार्ग होकर सीधे चौमासी निकल गये वहीं जैसे ही स्थानीय मजदूर पैदल मार्ग करके चौमासी में आये वैसे ही ग्राम पंचायत चौमासी के ग्रामीणों द्वारा उनके लिए भोजन पानी व ठहरने की पूरी तरह से व्यवस्था की गई है बता दें कि अब तक चौमासी के ग्रामीणों द्वारा सैकड़ों मजदूरों को भोजन पानी खिलाया गया है जिसको देखते हुए सभी चौमासी ग्रामीणों का फंसे स्थानीय मजदूर आभार व्यक्त व धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता व भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष प्रदीप राणा ने बताया कि केदारनाथ धाम में फंसे स्थानीय मजदूरों को ग्राम चौमासी में भोजन पानी व रहने की पूरी व्यवस्था की गई है उन्होंने कहा कि जो भी मजदूर या व्यक्ति इस पैदल रास्ते से आ रहा है उसे भोजन पानी खिलाया जा रहा है साथ ही उनके लिए रहने के लिए भी पूरी व्यवस्था की गई है राणा ने कहा कि इस सराहनीय कार्य में समस्त चौमासी ग्रामीणों की सहयोग से यह कार्य किया जा रहा है। अंत में बता दें कि जिस प्रकार से केदारघाटी के ग्रामीण व चौमासी के ग्रामीणों द्वारा अतिथि देवो भव का कार्य किया जा रहा है व बहुत ही सराहनीय कदम है।