11 गढ़वाल राफल्स से अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति सेना शामिल तथा अफ्रीका महाद्वीप के यूगाडा देश में तैनात 39 वर्षीय संजय सिंह पुष्वाण हृदयगति रुकने के कारण हुई आकस्मिक मृत्यु केदारघाटी में एक और शौक की लहर
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि ऊखीमठ।
11 गढ़वाल राफल्स से अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति सेना शामिल तथा अफ्रीका महाद्वीप के यूगाडा देश में तैनात 39 वर्षीय संजय सिंह पुष्वाण हृदयगति रुकने के कारण हुई आकस्मिक मृत्यु केदारघाटी में एक और शौक की लहर
हिमालय की आवाज से खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि ऊखीमठ।
खबर है रुद्रप्रयाग जिले व ऊखीमठ ब्लॉक से आपको बता दें कि तहसील मुख्यालय के निकटवर्ती ग्राम पंचायत किमाणा निवासी व 11 गढ़वाल राफल्स से अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति सेना शामिल तथा अफ्रीका महाद्वीप के यूगाडा देश में तैनात 39 वर्षीय संजय सिंह पुष्वाण के शहीद होने का मामला प्रकाश में आया है! बुधवार को हृदयगति रुकने के कारण उनकी मृत्यु हो गयी है तथा सेना के अधिकारियों ने घटनाक्रम की सूचना दूरभाष से परिजनों को दे दी है! सूचना मिलने पर क्षेत्र में मातम छा गया है तथा परिजनों व गाँव में कोहराम मचा हुआ है! उनके पार्थिव शरीर के शनिवार तक किमाणा गाँव पहुंचने की सम्भावना बनी हुई है! 39 वर्षीय संजय सिंह पुष्वाण अपने पीछे पिता, पत्नी, एक पुत्री व एक पुत्र छोड़ गये है! जानकारी देते हुए प्रधान सन्दीप पुष्वाण ने बताया कि तीन माह पूर्व संजय सिंह पुष्वाण 11 गढ़वाल राफल्स से अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति सेना में शामिल हुए थे तथा अफ्रीका महाद्वीप के यूगाडा में तैनात हुए थे तथा बुधवार देर सांय सैन्य अधिकारियों द्वारा परिजनों को दूरभाष से संजय सिंह पुष्वाण के हृदयगति रूकने के मृत्यु होने की सूचना दी गयी बताया कि सूचना मिलने के बाद क्षेत्र में मातम छा गया है तथा परिजनों का रो – रोकर बुरा हाल है! उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में संजय सिंह पुष्वाण 11 गढ़वाल राफल्स में हवलदार के पद पर तैनात था तथा तीन माह पूर्व यूकाडा गया था! उन्होंने बताया कि सैन्य अधिकारियों द्वारा संजय सिंह पुष्वाण की मृत्यु की सूचना परिजनों को देने के बाद क्षेत्र में मातम छा गया है तथा परिजनों का रो – रोकर बुरा हाल है! उन्होंने बताया कि संजय सिंह पुष्वाण के पार्थिव शरीर को शीध्र घर लाने के लिए सैन्य अधिकारियों से वार्ता की जा रही है! संजय पुष्पबान के निधन होने पर ग्राम प्रधान संदीप पुष्पवान प्रमोद त्रिवेदी व पूरी केदारघाटी में शौक की लहर दौड़ पड़ी है।